क्यों किये भगवान विष्णु ने सती के शरीर के टुकड़े और केसे बने शक्तिपीठ? | kyo kiye bhagavan vishanune sati ke sharir ke tukade or kese bane shakti pith
क्यों किये भगवान विष्णु ने सती के शरीर के टुकड़े और केसे बने शक्तिपीठ? जब ब्रम्हा जी ने आदि शक्ति ओर महादेव के विवाह के विषय में सोचा तो उन्होंने अपने पुत्र प्रजापति दक्ष को आदेश दिया कि वह देवी की आराधना कर उन्हें प्रसन्न करे ओर उन्हें अपनी पुत्री के रूप में जन्म लेने का वरदान मांगे। ब्रम्हा जी के आज्ञा के अनुसार दक्ष प्रजापति देवी की उपासना करते है ओर देवी उन्हें प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं कि वह उनके पुत्री के रूप में जन्म लेगी। लेकिन वह प्रजापति को कहतिए, " में हर जन्म में महादेव की अर्धागिनी रहूंगी ओर तब तक तुम्हारी पुत्री के रूप में रहुगी जब तक तुम्हारा तपस्या का पुण्य है ओर जब तुम्हारे द्वारा मेरा अपमान होगा तब में अपने धाम लोट जाउगी।" उनकी यह बात दक्ष मान लेते है। महादेव शिव को क्यों कहा जाता हैं अर्धनारिश्वर ? | shiv ko kiv kaha jatahe ardhnari shwar ? महादेव और सती विवाह उसके बाद आदि शक्ति दक्ष के घर जन्म लेती हैं। उनका नाम सती रखा जाता हैं। लेकिन उनको दिए गए वचन को दक्ष भूल जाते है। ओर सोचते हैं शिव किसी भी प्रकार से उनके लिए योग्य
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